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मस्क-मोदी की मुलाकात के बाद टेस्ला ने भारत में भर्ती शुरू की और शेयर बाजार फिर लाल निशान में बंद

मेरिका में मस्क-मोदी की मुलाकात के बाद टेस्ला ने भारत में भर्ती शुरू की

अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एलन मस्क की मुलाकात के कुछ दिन बाद टेस्ला ने भारत में अलग-अलग पदों पर वैकेंसी निकालते हुए भर्ती शुरू कर दी है।

इन भर्तियों से स्पष्ट है कि टेस्ला भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में प्रवेश करने जा रही है। टेस्ला द्वारा भारत में नियुक्तियां ऐसे समय में की जा रही हैं, जब पिछले सप्ताह मस्क ने वाशिंगटन डीसी में पीएम मोदी से मुलाकात की थी और स्पेस, मोबिलिटी, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी।

इलेक्ट्रिक कार निर्माता ने अपने लिंक्डइन पेज पर कम से कम 13 पदों के लिए भर्ती अलर्ट पोस्ट किए हैं, जो ज्यादातर मुंबई और दिल्ली में हैं। लिंक्डइन विज्ञापनों के अनुसार, इन नौकरियों में बिजनेस ऑपरेशन एनालिस्ट, सर्विस टेक्नीशियन, कस्टमर एंगेजमेंट मैनेजर और ऑर्डर ऑपरेशन स्पेशलिस्ट सहित विभिन्न सलाहकार भूमिकाएं शामिल हैं। मस्क ने भारत के बाजार के लिए टेस्ला का अधिक किफायती वर्जन लाने पर विचार किया है, लेकिन अभी तक इस पर कोई खास प्रगति नहीं हुई है।

पिछले अप्रैल में, एलन मस्क ने ‘बहुत भारी टेस्ला दायित्वों’ का हवाला देते हुए आखिरी समय में भारत की अपनी प्रस्तावित यात्रा स्थगित कर दी थी। हालांकि, प्रस्तावित यात्रा से उम्मीदें बढ़ गई थीं कि मस्क जल्द से जल्द भारत में टेस्ला इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री के लिए आगे की योजना की घोषणा करेंगे। उनकी भारत यात्रा की योजना ऐसे समय में बनी है जब कुछ सप्ताह पहले ही सरकार ने नई इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति की घोषणा की है जिसके तहत 50 करोड़ डॉलर के न्यूनतम निवेश के साथ देश में विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने वाली कंपनियों को आयात शुल्क में रियायत दी जाएगी। इस कदम का उद्देश्य टेस्ला जैसी प्रमुख वैश्विक कंपनियों को आकर्षित करना है।

शेयर बाजार फिर लाल निशान में बंद, सेंसेक्स 29 अंक फिसला

भारतीय घरेलू बेंचमार्क सूचकांक कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को लाल निशान में बंद हुए। कारोबार के अंत में ऑटो, फार्मा और पीएसयू बैंक सेक्टर में बिकवाली दर्ज की गई। सेंसेक्स 29.47 अंक या 0.04 प्रतिशत की मार्जिनल गिरावट के साथ 75,967.39 पर बंद हुआ। यह अपने इंट्रा-डे लो लेवल 75,531.01 से लगभग 436.38 अंक अधिक था। इसी के साथ सेंसेक्स ने इंट्रा-डे हाई लेवल 76,091.69 को छुआ। निफ्टी 14.20 अंक या 0.06 प्रतिशत की मामूली गिरावट के बाद 22,945.30 पर बंद हुआ। सत्र के दौरान इंडेक्स 22,992.50 और 22,801.50 के बीच कारोबार करता रहा। निफ्टी बैंक 171.60 अंक या 0.35 प्रतिशत की गिरावट के बाद 49,087.30 पर बंद हुआ। कारोबार के अंत में निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 98.40 अंक या 0.20 प्रतिशत गिरने के बाद 49,751.45 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 244.65 अंक या 1.59 प्रतिशत गिरने के बाद 15,168.45 पर बंद हुआ।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 1,032 शेयर हरे निशान और 2,918 शेयर लाल निशान में बंद हुए, जबकि 114 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। सेंसेक्स पैक में इंडसइंड बैंक, एमएंडएम, अल्ट्राटेक सीमेंट, हिंदुस्तान यूनिलीवर, सनफार्मा, आईटीसी, टीसीएस, एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, टाइटन टॉप लूजर्स थे। वहीं, एनटीपीसी, जोमैटो, टेक महिंद्रा, पावरग्रिड, कोटक महिंद्रा बैंक, एचसीएल टेक, इंफोसिस, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, नेस्ले इंडिया और मारुति टॉप गेनर्स थे। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 17 फरवरी को 3,937.83 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेचकर अपनी बिकवाली का सिलसिला जारी रखा। इसके विपरीत, घरेलू संस्थागत निवेशक (डीआईआई) शुद्ध खरीदार बने रहे, जिन्होंने उसी दिन 4,759.77 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी।

बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का मूल्यांकन घटा, 400 लाख करोड़ रुपये से नीचे फिसला

बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार मूल्यांकन (मार्केट कैप) मंगलवार को 400 लाख करोड़ रुपये के स्तर से नीचे फिसल गया। विदेशी कोषों की लगातार निकासी और कंपनियों के तिमाही नतीजे उम्मीद से कमजोर रहने की वजह से निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है। एक दिन की राहत के बाद मंगलवार को 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 29.47 अंक या 0.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 75,967.39 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में सेंसेक्स 465.85 अंक या 0.61 प्रतिशत गिरकर 75,531.01 अंक पर आ गया था।

मंगलवार को बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 2,01,032.5 करोड़ रुपये घटकर 398 लाख करोड़ रुपये (4,580 अरब अमेरिकी डॉलर) रह गया। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण पिछले साल अप्रैल में 400 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया था। पिछले साल 27 सितंबर को 85,978.25 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर से सेंसेक्स 10,010.86 अंक या 11.64 प्रतिशत गिर चुका है।

रुपया फिर गिरा, आठ पैसे टूटकर 86.96 प्रति डॉलर पर

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया आठ पैसे की गिरावट के साथ 86.96 (अस्थायी) पर बंद हुआ। घरेलू मुद्रा में गिरावट विदेशी कोषों की निरंतर निकासी और अमेरिकी डॉलर सूचकांक में तेजी के कारण आई। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि डॉलर/रुपये जोड़ी के लिए नकारात्मक धारणा है क्योंकि विदेशी निवेशक घरेलू शेयर बाजार में लगातार बिकवाली कर रहे हैं और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) का समर्थन धीरे-धीरे कम हो रहा है।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 86.94 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान इसने डॉलर के मुकाबले 86.91 के उच्चस्तर और 86.98 के निचले स्तर को छुआ। अंत में डॉलर के मुकाबले यह 86.96 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से आठ पैसे की गिरावट है। रुपया सोमवार को 17 पैसे टूटकर 86.88 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। कारोबारियों ने कहा कि व्यापार घाटे के निराशाजनक आंकड़ों ने भी रुपये पर दबाव डाला है। भारत के निर्यात में लगातार तीसरे महीने जनवरी में गिरावट आई, जो सालाना आधार पर 2.38 प्रतिशत घटकर 36.43 अरब डॉलर रह गया, जबकि व्यापार घाटा बढ़कर 22.99 अरब डॉलर हो गया।

सबसे निचले स्तर पर पहुंचे ओला इलेक्ट्रिक के शेयर

भाविश अग्रवाल की अगुआई वाली ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में गिरावट जारी रहने से निवेशकों पर भारी असर पड़ा है। कंपनी के शेयर के उच्चतम मूल्यांकन के बाद से अब तक करीब 40,000 करोड़ रुपये डूब चुके हैं। लिस्टिंग के बाद शुरुआती उछाल से 66,000 करोड़ रुपये के मूल्यांकन वाली कंपनी का बाजार पूंजीकरण अब घटकर 26,187.81 करोड़ रुपये रह गया है। पिछले साल अगस्त में 76 रुपये प्रति शेयर पर अपनी शुरुआत करने वाले इस शेयर पर लगातार बिकवाली का दबाव रहा है। यह मंगलवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 3 प्रतिशत से अधिक गिरकर 58.84 रुपये के अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।

बढ़ते घाटे, घटते राजस्व, मौजूदा सेवा-संबंधी मुद्दों और भारतीय शेयर बाजार में व्यापक सुधार की चिंताओं ने शेयर में गिरावट में योगदान दिया है। पिछले सप्ताह, इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर फर्म ने अपने कंसोलिडेटेड शुद्ध घाटे में 50 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जो कि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में 376 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में 564 करोड़ रुपये हो गया। इसी अवधि के दौरान फर्म का परिचालन राजस्व भी 19 प्रतिशत घटकर 1,296 करोड़ रुपये से 1,045 करोड़ रुपये रह गया।

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