करनाल में 45 गायों की मौत में बड़ा खुलासा:कमाई कम होने पर गुड़ में सल्फास मिलाकर खिलाया; 4 आरोपी गिरफ्तार, हिंदू से ईसाई बने
हरियाणा के करनाल की फूसगढ़ गोशाला में 45 गायों की मौत में बड़ा खुलासा हुआ है। इन गायों को गुड़ में सल्फास देकर मारा गया था। गायों के कम मरने की वजह से धंधा मंदा होने की वजह से ठेकेदार के कारिंदों ने यह वारदात की। इसके लिए शराब पीकर पूरी साजिश रची गई। उन्हें एक गाय की खाल, चर्बी बेचकर से 8 से 10 हजार की कमाई होती थी।
आरोपी पहले भी ऐसा कर चुके थे लेकिन तब वह 4-5 गायों को जहर देते थे। इस घटना के दिन ज्यादा गायों को जहर देकर मारने से पूरा खेल उजागर होने के बाद आरोपियों का पूरा गिरोह पकड़ा गया।
यह भी पता चला है कि इन आरोपियों ने कई साल पहले हिंदू धर्म छोड़ ईसाई धर्म अपना लिया था। पुलिस इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पूरी वारदात का मास्टरमाइंड ठेकेदार अभी फरार है।
रात 2 बजे से मरने लगी गायें
27 जनवरी की सुबह सूचना आई कि फूसगढ़ गोशाला में गायों की मौत हो गई है। रात 2 बजे से गायों की मौत शुरू हो गई। सुबह होने तक 45 गायें मर चुकी थी। इसके अलावा 10 गायें बीमार भी थी। जिससे पूरा मामला संदिग्ध बन गया। इसे देख पूरा प्रशासन हरकत में आया।
गायों के विसरा जांच के लिए भेजे गए लेकिन कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकला। जांच के लिए डिवीज़नल कमिश्नर ने 4 मेंबरों की हाई लेवल इन्क्वायरी कमेटी भी बनाई। इसी दौरान पुलिस ने इस मामले में थाना सेक्टर-32/33 करनाल में केस दर्ज कर लिया। इसके बाद पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी।
CCTV से मिला सुराग
केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने गोशाला के आसपास के CCTV फुटेज खंगालने शुरू कर दिए। फूसगढ़ गोशाला से जुंडला गेट तक सभी सड़कों, चौकों और दुकानदारों के यहां लगे CCTV कैमरों में 26 जनवरी की रात के फुटेज खंगाले गए। वहां से पुलिस सुराग मिलने शुरू हुए। जिसमें 5 आरोपी गोशाला की तरफ जाते दिखे। इनके चेहरे ढके हुए थे, मगर कई जगहों पर लाइट होने की वजह से कपड़ों से इनकी पहचान हो गई।
पुलिस ले 4 आरोपी गिरफ्तार किए
इसके बाद पुलिस ने कुरुक्षेत्र के शाहाबाद की डेहा बस्ती के विशाल, करनाल सिटी की मंगल कॉलोनी के रहने वाले रजत, करनाल में जम्मू कश्मीर में झुग्गी में रहने वाले सूरज और अंबाला की डेहा बस्ती के सोनू को गिरफ्तार कर लिया। इनका पांचवां साथी अमित अभी फरार है। इस मामले में विशाल सबसे अहम आरोपी है। शाहाबाद की मारकंडा गोशाला में गोवंश की मौत के साथ जोड़ कर जांच की गई, जिसमें आरोपी विशाल शामिल था। हालांकि यहां आरोपी विशाल ने ठेका लेने की बजाय अमित को ठेका दिला दिया।