उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से आजादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में हमें अपने लोकतंत्र में तानाशाही के सारे गुणसूत्र दिखाई पड़ रहे हैं. उन्होंने कहा हमसे गलती हुई कि इस गुजरात मॉडल को पूरे देश में लागू करने का मौका दिया.
सीएम बघेल ने कहा कि आरएसएस का सपना था कि देश में तानाशाही लागू हो. अब स्पष्ट है कि अपनी शताब्दी का जश्न मनाने से पहले आरएसएस भाजपा के जरिए भारत को पूरी तरह तानाशाही के गर्त में धकेल देना चाहती है.
उन्होंने कहा कांग्रेस हमेशा आततायियों का विरोध करती रही है और जीतती रही है. कांग्रेस पार्टी जब शक्तिशाली गोरों से नहीं डरी तो चोरों से डरने का प्रश्न ही नहीं है.
भूपेश बघेल ने कहा राहुल गांधी जी ने पूरे देश में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान डरो मत का संदेश दिया है. हम कांग्रेस के सिपाही हैं. हम महात्मा गांधी के अनुयायी हैं और राहुल गांधी की अगुवाई में लड़ रहे हैं. हम न डरे हैं, न डरेंगे, न हारे थे, न हारेंगे.