प्रदेश के नम्बर वन न्यूज वेबसाइट एनपीजी न्यूज ने भी इसकी खबर प्रसारित की। मगर बाद में पता चला…ये गलत खबर है। एनपीजी ने स्वास्थ्य मंत्री से बात करने की कोशिश की। उनका मोबाइल रिसीव नहीं हुआ। उनके निज सचिव ने जरूर बताया कि चूक वश ट्वीट हो गया था।
बिलासपुर में एम्स खोले जाने का मामला कल विधानसभा के बजट सत्र में गूंजा और आज स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने एक ट्वीट कर कहा कि बड़ा संतोष हो रहा है…बिलासपुर में एम्स खोलने जाने की सहमति मिल गई है। प्रदेश के एक और एम्स मिलने से स्वास्थ्य सुविधाओं मे और मजबूती मिलेगी। कल विधानसभा में इस पर काफी चर्चा हुई थी। बिलासपुर के विधायकों ने इसे पुरजोर तरीके से उठाया था। बिलासपुर संभाग के सभी विधायक इस मांग पर लामबंद नजर आए। विधायक जानना चाह रहे थे कि बिलासपुर में एम्स खोलने के लिए राज्य सरकार ने जो पत्र भेजा था, उसका क्या हुआ।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रश्न के उत्तर में बताया कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ का दूसरा एम्स बिलासपुर में खोलने के लिए पत्र लिखा गया है। अभी वहां से कोई जवाब नहीं आया है। इस विषय पर मुख्यमंत्री जी भी बात हुई है। हमारा प्रयास होगा कि प्रदेश में दूसरा एम्स भी खुले। बिलासपुर इलाके के सभी विधायक इस बात पर लामबंद थे कि एम्स अगर खुलेगा तो बिलासपुर में ही खुले। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मैं जनप्रतिनिधियों की भावनाओं को समझता हूं। उन्होंने ये भी कहा कि कई राज्यों में अभी एक भी एम्स नहीं है।