टेलीफोन खंभे और बाइक को काटकर बना दिया कबाड़:बिलासपुर में पुलिस की छापेमारी, SP को दिखाने छोटे दुकान संचालकों पर हुई कार्रवाई
बिलासपुर में नए एसपी ने शहर और ग्रामीण क्षेत्र के कबाड़ दुकानों में छापेमारी करने के निर्देश दिए, जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने दबिश देकर टेलीफोन के खंभे, बाइक के कटे हुए पार्ट्स, एंगल, सेट्रिंग प्लेट सहित करीब 50 क्विंटल लोहे का स्क्रैब बरामद किया है। लेकिन, इस कार्रवाई में पुलिस ने सिर्फ छोटे कारोबारियों को ही निशाना बनाया और बड़े कबाड़ दुकान संचालकों को छोड़ दिया।
एसपी संतोष कुमार ने शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र के पुलिस अफसरों को कबाड़ दुकानों की जांच करने और चोरी का कबाड़ जब्त करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद पूरे दिन पुलिस की टीम अपने-अपने इलाकों में कबाड़ दुकानों की जांच करती रही। इस दौरान सरकंडा, कोनी, सिरगिट्टी व हिर्री क्षेत्र में कार्रवाई की गई।
50 क्विंटल से अधिक कबाड़ जब्त, संचालक व कर्मचारी गिरफ्तार
इस कार्रवाई के दौरान सरकंडा पुलिस ने चार कबाड़ दुकान संचालक अशोक नगर मुरुम खदान से मोहम्मद दाऊआ खान (29), चांटीडीह किसान पारा में अरुण प्रजापति (35), चांटीडीह संजय नगर से सुनील केंवट (32) व मोहम्मद रईस (35) की दुकान में छापेमारे की। कोनी में प्रशिक्षु डीएसपी नूपुर उपाध्याय के निर्देश पर सेंदरी के नौशाद बेग उर्फ भोलू खान (26) को 4क्विंटल 850 ग्राम लोहे के सामान के साथ गिरफ्तार किया गया। सिरगिट्टी पुलिस ने बन्नाक चौक से राजू चौहान (40) को 16 हजार 70 रुपए के सामान के साथ गिरफ्तार किया।
हिर्री क्षेत्र में एसीसीयू की टीम ने कार्रवाई की। टीम ने तीन स्थानों से 33 क्विंटल लोहे के नए पुराने सामान सहित 1 लाख के माल जब्त किए। इसी तरह मुस्तकीन खान तालापारा के कब्जे से 15 क्विंटल, सिरगिट्टी के जुनैद कबाड़ दुकान व आरिफ मलिक के कब्जे से लोहे का पाइप, लोहे सामान बरामद किया गया। तालापारा निवासी शेख जुबेद की पिकप से 6 क्विंटल लोहा जब्त हुआ। टीम ने 33 क्विंटल कबाड़ बरामद किया।
एसपी बदलने पर होती है दिखावे की कार्रवाई
जिले में जब भी नए एसपी के आने के बाद जुआ, सट्टा के साथ ही कबाड़ दुकान संचालकों पर कार्रवाई की जाती है। यह परंपरा पिछले लंबे अरसे से चल रही है। शुरुआत में दिखावे के लिए एक-दो महीने कार्रवाई की जाती है। इसके बाद फिर से कबाड़ दुकान संचालक बेखौफ होकर अपना कारोबार करते हैं। पुलिस अफसर भी शुरुआत में छोटे दुकान संचालकों को अपना निशाना बनाते हैं। जबकि, बड़े कबाड़ दुकान संचालकों पर कार्रवाई नहीं होती।
बड़े कबाड़ दुकान संचालक बेखौफ होकर करते हैं काम
शहर में जिनका नाम बड़े कबाड़ दुकान संचालकों में है वे मजे से अपना काम खुलेआम कर रहे हैं। इनका रोज लाखों का काम है। इन दुकानों में हर रोज बड़ी मात्रा में चोरी का लोहा खपाया जा रहा है। शहर के पुलिस थानों के करीब ही कई ऐसे दुकान है, जो सड़क पर फैले हुए हैं।
50 से अधिक दुकान, सिरगिट्टी में सबसे ज्यादा
शहर में छोटे व बड़े मिलाकर 50 से अधिक कबाड़ दुकान है। इनमें 15 से 20 बड़े हैं। इन दुकानों में बड़े वाहनों को भी खरीदते है और काटकर रायपुर में ले जाकर बेचते हैं। शहर से लगे सिरगिट्टी और हिर्री में सबसे अधिक कबाड़ दुकान और गोदाम है।