कवर्धा में पुलिस पर पथराव,SP समेत 16 पुलिसकर्मी घायल:गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के लोगों ने किया हमला, झंडा हटाने पर हुआ था विवाद
कवर्धा जिले में झंडा हटाने को लेकर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का प्रदर्शन हिंसक हो गया। GGP और धर्म गुरु के बीच विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर पार्टी के लोगों ने लाठी-डंडे से हमला कर दिया। जिसमें एसपी डॉ. लाल उमेंद सिंह, एएसपी समेत 16 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। फिलहाल गांव में 60 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। वहीं 150 लोग शुक्रवार देर रात हिरासत में लिए गए हैं।
हिरासत में लिए गए 150 लोगों में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष जे लिंगा भी शामिल हैं। हालांकि इनमें से किसी पर भी मामला दर्ज नहीं किया गया है। शनिवार सुबह से गांव का माहौल शांत है, फिर भी एहतियातन गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया है। डीएसपी के नेतृत्व में 60 पुलिस जवान मौजूद हैं। वहीं गांव वाले शांति चाहते हैं, इसलिए जो दोषी हैं, उन पर कारवाई की मांग कर रहें हैं। गांववालों का कहना है कि जिन्होंने भी पुलिस पार्टी पर हमला किया, उन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
पार्टी के(GGP) लोगों का कहना है कि शिकायत के बाद भी धर्म गुरु के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के लोग शुक्रवार को रैली निकाल रहे थे। उसी दौरान यह विवाद हुआ है। हमले के बाद पुलिस ने इन्हें रोकने के लिए आंसू गैस छोड़े। बल प्रयोग किया गया। घायल पुलिसकर्मियों को प्राथमिक उपचार दिया गया है।
जानिए विवाद कैसे हुआ…
भोरमदेव थाना क्षेत्र के हरमो गांव में कुछ समय पहले गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के लोगों ने गांव के पूजा स्थल में पार्टी का झंडा लगा दिया था। जिसके बाद ग्रामीणों ने तय किया कि, पूजा-पाठ करने वाली जगहों पर किसी पार्टी का झंडा नहीं होना चाहिए। इसके बाद 14 फरवरी को धर्म गुरुओं ने पार्टी का झंडा हटा दिया था।
14 फरवरी को जब झंडे को हटाया गया, तब भी पार्टी के लोगों ने विरोध किया था। इसके बाद समाज के धर्म गुरु दुर्गे भगत के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग भी की गई थी। पार्टी के लोगों ने कहा था कि यदि कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन करेंगे।
करीब 20 दिन बाद शुरू हुआ प्रदर्शन
पिछले 15-20 दिन में धर्म गुरूओं पर जब कार्रवाई नहीं हुई तो शुक्रवार को पार्टी के करीब 800 से ज्यादा लोग राजाानवा गांव पहुंचे। यहां से वे हाथ में लाठी लिए रैली निकालते हुए हरमो की ओर जा रहे थे। इस दौरान पुलिस ने इन्हें रास्ते में रोकने का प्रयास किया। तो भड़क गए। और पुलिस पर ही पथराव कर दिया। इसके साथ में ग्रामीणों पर भी पथराव किया।
इस मामले में एसपी ने कहा, हमने दोनों पार्टी को बुलाकर बात करके हल निकालना चाहा। मगर ये लोग नहीं आए। इस वजह से तकरार बढ़ी। फिलहाल मौके पर पहले हालात को स्थिर कराया जा रहा है, फिर इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।