बिलासपुर: बरसैया ट्रेडर्स के ड्राइवर की मौत पर सस्पेंस:फॉरेंसिक रिपोर्ट में शराब पीने का खुलासा,सिर की चोट के लिए मेडिकल बोर्ड से फिर संपर्क करेगी पुलिस
बिलासपुर में बरसैया ट्रेडर्स परिवार के ड्राइवर की मौत पर अब नया खुलासा हुआ है। फॉरेंसिक रिपोर्ट में चालक के शराब के नशे में होने का पता चला है। हालांकि, उसकी हत्या हुई है या हादसे में मौत हुई है, इसे लेकर सस्पेंस बना हुआ है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसके शरीर पर मारपीट और चोट के निशान मिले हैं। चोट की वजह से ही मौत होना बताया गया है। ऐसे में पुलिस अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की मेडिकल बोर्ड से क्यूरी कराएगी। पूरा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
रिंग रोड- 2 स्थित विवाह भवन में 5 फरवरी की रात बरसैया ट्रेडर्स परिवार में पार्टी का आयोजन था। कार्यक्रम के बाद व्यवसायी के ड्राइवर केजऊ उर्फ गोवर्धन यादव की संदिग्ध परिस्थतियों में खून से लथपथ लाश मिली थी। वह मूलत: तखतपुर क्षेत्र का रहने वाला था और वह सरकंडा के जोरापारा में किराए के मकान में रहता था। उसकी मौत की जानकारी होने के बाद से ही पत्नी मीनाक्षी यादव और परिवार वाले उसकी हत्या का आरोप लगाकर निष्पक्ष जांच की मांग करते रहे, जबकि सिविल लाइन टीआई परिवेश तिवारी ने इसे हादसा बताया था। वहीं, सीसीटीवी फुटेज में कार से उतरकर भागते हुए उसका वीडियो कैप्चर हुआ था।
एसपी ने जांच के बनाई कमेटी
परिजनों की मांग पर एसपी संतोष सिंह ने सिविल लाइन सीएसपी व प्रशिक्षु IPS संदीप पटेल के नेतृत्व में जांच टीम गठित की। जांच के दौरान एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से खून के नमूने लिए। साथ ही परिजनों और उसके साथियों का बयान लिया। इसमें मृतक के साले विकास यादव और दोस्त मनमोहन यादव ने बताया कि घटना के पहले गोवर्धन ने शराब पी थी। वहीं, खून के नमूनों में भी अल्कोहल मिला है, जिससे ड्राइवर के शराब के नशे में होने की बात सामने आई है।
कार में नहीं हैं खून के निशान
जांच टीम ने घटनास्थल से बरामद कार की भी एफएसएल की टीम से जांच कराई है। लेकिन, कार में न तो खून के निशान मिले हैं और न ही कार के अंदर किसी तरह के संघर्ष के सबूत मिले हैं।
परिवार के 5 लोगों पर केस दर्ज
जांच टीम की प्रारंभिक रिपोर्ट में इसे हादसा माना गया। लिहाजा, हादसे के लिए जिम्मेदार बरसैया परिवार के स्वप्निल गुप्ता, सौरभ शिन्दे, सुयश केडिया व शोभा मधुकर के खिलाफ धारा 304ए व 325 के तहत केस दर्ज किया गया है। हालांकि इसके बाद भी परिजन पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हैं और हत्या का केस दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि अब तक की जांच में हत्या के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का मेडिकल बोर्ड से कराएगी क्यूरी
दरअसल, परिजनों का कहना है कि पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर ने चोट लगने से मौत होने की बात कही है। साथ ही मृतक के शरीर पर मारपीट से चोट आने का भी जिक्र किया है, जिसके आधार पर परिजन हत्या का केस दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। इधर पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का मेडिकल बोर्ड की टीम से क्यूरी कराई जाएगी।