ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के चतुर्थ दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न
ओपीजेयू के चतुर्थ दीक्षांत समारोह के दौरान स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग, स्कूल ऑफ़ मैनजेमेंट तथा स्कूल ऑफ़ साइंस के कुल 459 विद्यार्थियों को उपाधियाँ और साथ ही साथ 21 स्वर्ण, 22 रजत एवं 20 कांस्य पदक प्रदान किये गए
रायगढ़, 5 अगस्त 2024. ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ के चतुर्थ दीक्षांत समारोह का भव्य आयोजन 4 अगस्त 2024 को संपन्न हुआ। ओपी जिंदल स्कूल, रायगढ़ के सभागार में आयोजित इस दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में जिंदल स्टील एन्ड पावर के चेयरमैन श्री नवीन जिंदल और विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ उमेश कुमार मिश्र (अध्यक्ष- छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग, रायपुर) एवं श्रीमती शालू जिंदल (चांसलर- ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़) उपस्थित रहे। इस चतुर्थ दीक्षांत समारोह के दौरान स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग, स्कूल ऑफ़ मैनजेमेंट तथा स्कूल ऑफ़ साइंस के कुल 459 विद्यार्थियों को उपाधियाँ और साथ ही साथ 21 स्वर्ण, 22 रजत एवं 20 कांस्य पदक प्रदान किये गए।
समारोह का शुभारंभ एकेडेमिक प्रोसेसन के पश्चात दीप प्रज्जवलित कर किया गया । विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार ने अपने स्वागत सम्बोधन में सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया और विश्वविद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन (2023 -24 ) प्रस्तुत किया। डॉ पाटीदार ने डिग्री एवं मेडल प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई प्रेषित करते हुए कहा की दीक्षांत समारोह न केवल छात्रों के लिए बल्कि विश्वविद्यालय के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण दिन होता है। अपने प्रतिवेदन में बहुत कम समय में शैक्षिक विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, नवाचार, रिसर्च एवं सामाजिक कार्यों के क्षेत्र में प्राप्त विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में बताया और साथ ही साथ वर्ष 2023 -24 में प्राप्त विशिष्ट उपलब्धियों – NAAC “A ” ग्रेड एवं NIRF रैंकिंग आदि के बारे में बताया। अपने प्रतिवेदन में डॉ पाटीदार ने विश्वविद्यालय को प्राप्त हुए सम्मानों की जानकारी साझा करते हुए कहा की ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, चांसलर श्रीमती शालू जिंदल जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में संरक्षक श्री नवीन जिंदल जी के सपनों को पूरा करने एवं विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए कटिबद्ध है और शीघ्र ही विश्व स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करेगा।
ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की चांसलर श्रीमती शालू जिंदल ने दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए सभी रैंक होल्डर्स और डिग्री पाने वाले विद्यार्थियों को बधाई एवं उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा की आपकी कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ता ने आपको अपने जीवन में इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर तक पहुंचाया है। हम सभी को यह देखकर गर्व महसूस हो रहा है कि आप सभी एक नई यात्रा की शुरुआत करने के लिए आगे आ रहे हैं। आप सभी अपने सपनों पर ध्यान दें, परिकलित जोखिम लेने के लिए तैयार रहें और असफलताओं से विचलित न हों। इस अवसर पर उन्होंने सभी छात्रों के माता-पिता एवं परिवार के सदस्यों को भी बधाई दिया जिन्होंने छात्रों की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। छत्तीसगढ़ प्राइवेट यूनिवर्सिटी रेगुलेटरी कमीशन के चेयरमैन डॉ उमेश कुमार मिश्र ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों को अपनी जिम्मेदारियों को पहचानने और पूरा करने के लिए तैयार रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा की – “दीक्षांत समारोह आप सभी के लिए एक नई शुरुआत है। अब आप वास्तविक दुनिया, एक नई दुनिया का सामना करेंगे। आपसे अपेक्षा की जाएगी कि आप अपनी पढ़ाई के दौरान सीखे और अर्जित किए गए कौशल का उपयोग करें। आपको सक्रिय रहने, भविष्य का अनुमान लगाने और चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।” डॉ शुक्ल ने ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के प्रति अपने अनुभवों को साझा करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही मूल्य आधारित शिक्षा की सराहना की। अपने सम्बोधन में सभी विद्यार्थियों को सतत रूप से समयानुरूप अपने आपको नयी तकनीकों से अपग्रेड करने और अपना कैरियर सफल बनाने के लिए प्रेरित किया।
दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि श्री नवीन जिंदल ने अपने सम्बोधन में विश्वविद्यालय एवं विद्यार्थियों को दीक्षांत समारोह की बधाई देते हुए प्रसन्नता व्यक्त किया। उन्होंने कहा की -मैंने हमेशा अपने पिताजी से प्रेरणा ली है, मैं हमेशा उनके पदचिन्हों पर चलना चाहता हूँ। मेरे पिता, श्री ओ.पी. जिंदल जी, ओ.पी. जिंदल समूह के संस्थापक, समूह और इस विश्वविद्यालय दोनों के लिए प्रेरणा के गहन स्रोत रहे हैं। ओपी जिंदल विश्वविद्यालय आदरणीय श्री ओमप्रकाश जी जिंदल (बाबुजी ) के सपनो की वास्तविक परिणति है जिहोने हमेशा समाज के लिए सदुपयोगी कार्य करने के लिए प्रेरित किया। सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा की एक प्रोफेसनल के तौर पर, आपके पास हमारे आस-पास की दुनिया को आकार देने की शक्ति है। आपके पास डिज़ाइन, निर्माण और नवाचार करने का कौशल है। आपके पास लोगों के जीवन में बदलाव लाने, समुदायों को बेहतर बनाने और स्थायी समाधान बनाने की क्षमता है। याद रखें, दुनिया को आपकी विशेषज्ञता की पहले से कहीं ज़्यादा ज़रूरत है। जलवायु परिवर्तन, सतत विकास और तकनीकी उन्नति के लिए आपके अभिनव सोच और समस्या-समाधान कौशल की आवश्यकता है। इस अवसर पर उन्होंने सभी को बताया की वे रायगढ़ में विश्व स्तरीय कौशल विकास केंद्र स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं। यह कौशल केंद्र व्यक्तियों को नए कौशल सीखने और विकसित करने के लिए एक संरचित वातावरण प्रदान करेगा; एवं वर्तमान उद्योग की जरूरतों के अनुरूप व्यावसायिक प्रशिक्षण और कार्यशालाएं प्रदान करेगा। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने अपने अनुभव भी साझा किये।
कार्यक्रम के समापन के अवसर पर ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अनुराग विजयवर्गीय ने सभी माननीय अतिथियों, अभिभावकों, प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को अपना अमूल्य समय देकर कार्यक्रम को सफल एवं ऐतिहासिक बनाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। दीक्षांत समारोह के कार्यक्रम का सञ्चालन मानविकी विभाग के प्राध्यापक डॉ संजय कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में विद्यार्थी एवं अभिभावकगण उपस्थित रहे।