छत्तीसगढ़ विधानसभा: सदन में उठा आत्मानंद स्कूलों के भवन विहीन होने का मुद्दा, विपक्ष के हिन्दी मीडियम स्कूलों पर कब्जे के आरोप को मंत्री ने नकारा, कहा- अलग से भवन बनाने का नहीं कोई प्रावधान…
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को प्रश्नकाल में पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने स्वामी आत्मानंद स्कूलों के भवन विहीन होने का मामला उठाया. स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि जो स्कूल पहले से थे, उन्हीं में ये खोला गया है. भवन अलग से बनाने का प्रावधान नहीं है.
धरमलाल कौशिक ने कहा कि इन्होंने हिंदी मीडियम स्कूलों पर कब्जा कर लिया है. मंत्री टेकाम ने कहा कि 181 स्कूलों के जीर्णोद्धार के लिए निविदा बुलाई गई है. अलग-अलग एजेंसियों से निविदा बुलाई गई है. हमने किसी स्कूल पर कब्जा नहीं किया है. हिंदी और अंग्रेजी दोनों स्कूल चल रहे हैं.
धरमलाल कौशिक ने कहा कि कोई निविदा नहीं बुलाई गई है. स्कूलों का जीर्णोद्धार करा कर डीएमएफ की राशि से भुगतान कर बंदरबांट किया गया है. मंत्री टेकाम ने कहा कि कोई गड़बड़ी नहीं हुई है, अलग-अलग एजेंसी के जरिए निविदाएं बुलाई गई है.
धरमलाल कौशिक ने कहा कि आत्मानंद स्कूलों में नियुक्ति की कोई शिकायत मिली है और कार्रवाई हुई है क्या? मंत्री टेकाम ने कहा- कांग्रेस के ही विधायक यूडी मिंज और बृहस्पति सिंह ने शिकायत की है और उस आधार पर एक डीईओ पर कार्रवाई भी हुई है. मंत्री टेकाम ने कहा कि कार्रवाई हुई है, ऐसी जानकारी मैं लेकर बताऊंगा.