सरगुजा: आसमान में लहराई मुख्यमंत्री के नाम की पतंग:3 दिवसीय मैनपाट महोत्सव का आज आखिरी दिन; दलेर मेहंदी के गानों से आयोजन का होगा समापन
सरगुजा जिले में 3 दिवसीय मैनपाट महोत्सव का गुरुवार को आखिरी दिन है। यहां पहली बार आयोजित काइट फेस्टिवल का भी जबरदस्त क्रेज दिखा। काइट फेस्टिवल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम की पतंग भी आसमान में खूब लहराई। इस मौके पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत भी मौजूद रहे। वहीं रंग-बिरंगी बड़ी-बड़ी अलग-अलग डिजाइन की मनमोहक पतंगों से आसमान भरा दिखा।
काइट फेस्टिवल में ओडिशा से आए जसपाल सिंह ने बताया कि जर्मनी, नीदरलैंड समेत कई देशों में निर्मित पतंगें उनके पास हैं। डोरेमॉन काइट की डिजाइन उन्होंने खुद बनाई है। उनके पास सिंगल और अटैच करीब 50 पतंगें हैं। अधिक जगह होने पर ज्यादा संख्या में काइट बक का इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने बताया कि मैनपाट महोत्सव में पहली बार काइट फेस्टिवल का आयोजन किया गया है, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र है। यहां खूब भीड़ उमड़ रही है और लोग अपनी पसंद के पतंगों को उड़ा रहे हैं।
16 फरवरी को दलेर मेहंदी का कार्यक्रम
मैनपाट महोत्सव के आखिरी दिन गुरुवार को फेमस सिंगर दलेर मेहंदी अपना रंग जमाएंगे। इस मौके पर प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव और खाद्य मंत्री अमरजीत भगत भी शामिल होंगे। दलेर मेहंदी के गानों पर झूमने के लिए दर्शक भी पूरी तरह से तैयार हैं। यहां 3 दिवसीय मैनपाट महोत्सव में प्रदेशभर से भारी संख्या में लोग कार्यक्रम देखने आ रहे हैं।
बॉलीवुड सिंगर शशि सुमन ने ‘चल छइयां-छइयां’ पर लोगों को खूब झुमाया
गौरतलब है कि अंबिकापुर में मैनपाट महोत्सव के पहले दिन 14 फरवरी को बॉलीवुड, छालीवुड व स्थानीय कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में खूब रंग जमाया। हिंदी, छत्तीसगढ़ी और सरगुजिहा गीतों का दर्शकों ने जमकर लुत्फ उठाया। लोगों ने तालियों से कलाकारों का स्वागत किया। वहीं बॉलीवुड सिंगर शशि सुमन और सुमेधा करम्हे ने फिल्मी गाने गाकर समां बांध दिया। वहीं छत्तीसगढ़ी कलाकारों ने अपने गानों से छत्तीसगढ़ की माटी की याद दिलाई।
पहले दिन छालीवुड के कलाकारों ने भी खूब जमाया रंग
बॉलीवुड सिंगर शशि सुमन के ‘चल छइयां-छइयां छइयां छइयां, काटूं कैसे राता ओ सांवरे और ससुराल चली गीतों ने दर्शकों को खूब झुमाया। सुमेधा करम्हे ने ‘शंकरा-शंकरा’ गाने के साथ हिंदी सदाबहार और छत्तीसगढ़ी गाने पेश किए। छत्तीसगढ़ी लोक गायक अनुज शर्मा और नितिन दुबे ने अपने चिरपरिचित अंदाज में मनमोहक गीतों की प्रस्तुति दी। अनुज शर्मा ने ‘मोर छइहां भुइयां ल छोड़ थिराबे कहां रे’, ‘प्यार दे बर आए रहिस इनकार होगे जी, टूरी आइसक्रीम खाके फरार होगे जी’ व नितिन दुबे ने हाय रे मोर कोंचई पान जैसे धमाकेदार गीतों से दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया।
सरगुजिहा के गायक संजय सुरीला ने ‘हाय रे सरगुजा नाचे’ व कई लोकप्रिय गानों से महफि़ल सजाया। इसके साथ ही डीएवी पब्लिक स्कूल भटको, चाइल्ड एजुकेशन सेंटर, एकलव्य आदर्श विद्यालय बतौली, सेजस देवगढ़, केजीवीबी मैनपाट के स्कूली बच्चों ने भी रंगारंग प्रस्तुति दी।