छत्तीसगढ़

रायपुर: छात्रों को बेहतर पढ़ाई के साथ नए संसाधन उपलब्ध:नैक के लिए रविवि के विभाग कितने तैयार, अब कुलपति करेंगे समीक्षा, नए कोर्स के लिए एचओडी से मांगा प्रस्ताव

राज्य के सबसे बड़े विश्वविद्यालय पं. रविशंकर शुक्ल विवि को नैक से बेहतर ग्रेड मिले इसके लिए नए सिरे से कवायद की जा रही है। नैक से मूल्यांकन के पहले रविवि के विभागों की तैयारी कैसी है, इसकी जांच विवि के कुलपति प्रो. केएल वर्मा ने शुरू कर दी है। वे एक-एक विभागों की समीक्षा कर रहे हैं। नैक से मूल्यांकन के लिए रविवि की ओर से 20 फरवरी के पहले फीस जमा की जाएगी। विवि के मूल्यांकन के लिए अप्रैल-मई में नैक की टीम आएगी।

नए सत्र में कौन-कौन से कोर्स शुरू किए जा सकते हैं, इसके लिए कुलपति ने विभागाध्यक्षों (एचओडी) से प्रस्ताव मांगा है। नैक से बेहतर ग्रेड मिलने का असर छात्रों की पढ़ाई पर भी होता है। ए और उससे ऊपर का ग्रेड मिलने पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से ज्यादा फंड मिलता है, जिसका उपयोग हाईटेक संसाधन उपलब्ध कराने के साथ ही छात्रों के नए रिसर्च पर किया जाता है। इसलिए विवि प्रबंधन की कोशिश है कि इस बार भी नैक से बेहतर ग्रेड विवि को मिले।

प्रोफेसरों के पद जल्द से जल्द भरें, इसके लिए भी प्रयास तेज
आरक्षण विवाद की वजह से पं. रविशंकर शुक्ल विवि में प्रोफेसरों के कई पद खाली हैं। अब इन्हें भरने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। रविवि के कुलपति ने बुधवार को सभी संबंधित विभागाध्यक्षों की बैठक ली। इसमें नैक, नए कोर्स, परीक्षा समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से बात की गई। करीब छह साल पहले नैक ने रविवि को ए ग्रेड दिया था। नियमानुसार नैक के ग्रेड की अवधि पांच साल तक की होती है।

इसलिए विवि से पिछले साल दोबारा नैक से मूल्यांकन की तैयारी की गई थी। इसके लिए सेल्फ स्टडी रिपोर्ट भेजी जा चुकी है। सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी। केवल मूल्यांकन फीस जमा करना था। प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के पद खाली होने की वजह से नैक टीम को बुलाने फीस जमा नहीं की गई।

सभी एचओडी से कहा गया कि अपनी तैयारी पूरी रखें
रविवि के सभी विभागाध्यक्षों से कहा गया है कि वे अपने-अपने विभाग की पूरी तैयारी रखें। नैक की टीम आने के बाद किसी भी विभाग में कोई कमी नहीं मिलनी चाहिए। विवि प्रबंधन का कहना है कि सब कुछ ठीक रहा तो अप्रैल-मई में नैक की टीम यहां आएगी। इसलिए फरवरी-मार्च में ही सभी कमियों को पूरा कर लिया जाए।

कुलपति ने विभागाध्यक्षों से एक प्रस्ताव भी मांग है जिसमें नए कोर्स शुरू करने के साथ ही पुरानी क्या कमियां हैं इसकी जानकारी मांगी गई है। गौरतलब है कि राज्य के विश्वविद्यालयों में रविवि के अलावा केवल इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के पास ही ए ग्रेड है। इसके अलावा कॉलेजों में भी चुनिंदा कॉलेजों को ही ए ग्रेड मिला है। राजधानी समेत कई जिलों के कॉलेज बी और सी ग्रेड में हैं।

नए कोर्स की जानकारी प्लानिंग बोर्ड में रखेंगे
नए शिक्षा सत्र में विभाग कौन-कौन से कोर्स शुरू करना चाहते हैं इसे लेकर विभागाध्यक्षों से कहा गया है कि वे वर्तमान जरूरत और रोजगार के अनुसार ही नए कोर्स के लिए प्रस्ताव बनाए और जल्द ही इसकी रिपोर्ट सौंप दें। विवि में इसी महीने एकेडमिक प्लानिंग बोर्ड की बैठक होने वाली है। इसकी तारीख की घोषणा जल्द ही होगी। इसमें नए कोर्स से संबंधित सभी प्रस्तावों को एक साथ
रखा जाएगा।

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