राजनांदगांव: संपत्ति विवाद में चाची ने की भतीजे की हत्या:खेत किनारे मिला था लहूलुहान शव;चचेरे भाई ने भी मां के कहने पर किया ताबड़तोड़ वार
राजनांदगांव जिले के ग्राम कोलेंद्रा में 11 फरवरी को युवक छविलाल वर्मा (27 वर्ष) की लाश संदिग्ध हालत में मिली थी। पुलिस ने हत्या के आरोप में आरोपी चाची और चचेरे भाई को गिरफ्तार कर लिया है। संपत्ति विवाद में युवक की हत्या की गई। मामला डोंगरगढ़ थाना क्षेत्र का है।
पूरा मामला पैतृक संपत्ति के विवाद से जुड़ा हुआ है। 11 फरवरी को छविलाल खेत पर काम करने गया हुआ था। शाम को घर वापसी के समय चाची रामकुंवर के साथ संपत्ति को लेकर उसका विवाद हो गया। गुस्से में चाची ने भतीजे पर पत्थर और डंडे से हमला कर दिया। सिर पर गंभीर चोट आने के कारण वो जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद आरोपी महिला घर आ गई और अपने बेटे तिलक वर्मा को पूरी बात बताई।इसके बाद चचेरा भाई तिलक भी मौके पर पहुंचा और छविलाल पर दोबारा से हमला किया, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी ने मृतक की लाश को खेत से उठाकर सड़क किनारे रख दिया, ताकि ऐसा लगे कि मौत सड़क हादसे में हुई है। लोगों ने लाश मिलने की सूचना डोंगरगढ़ थाना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल की जांच की और सबूत इकट्ठा किए। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए अलग-अलग टीम बनाकर पूरे मामले की जांच की जा रही थी।
थाना प्रभारी सुरेंद्र स्वर्णकार ने बताया कि मुखबिरों को भी एक्टिव किया गया था। वहीं गांववालों और परिवार से भी बात की गई, जिसके बाद ही संपत्ति विवाद का पता चला। जांच में चाची और चचेरे भाई तिलक संदिग्ध पाए गए। जिसके बाद दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें दोनों से अपना जुर्म कबूल कर लिया। दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
युवक की हत्या कर सड़क किनारे फेंका था शव
मोहारा पुलिस चौकी के ग्राम कोलेंद्रा निवासी 27 वर्षीय छविलाल का शव ग्राम डारागांव के पास खेत किनारे खून से सना हुआ मिला था। शनिवार 11 फरवरी को युवक खेत से वापस घर नहीं लौटा था, जिसके बाद परिजन उसे ढूंढते हुए खेत पहुंचे। वहीं रास्ते में सड़क किनारे उसकी लाश खून से लथपथ पड़ी हुई मिली थी। उसका सिर फट गया था और आसपास खून बिखरा हुआ था।