छापेमारी पर बीजेपी कांग्रेस में वार-पलटवार:रमन बोले- ED नहीं तो क्या भारत रत्न का आमंत्रण आएगा,अरुण साव ने कहा- जनता का पैसा लूटा
रायपुर में कांग्रेस नेताओं के घर पर पड़े ईडी के छापे ने सोमवार के पूरे दिन को सियासी विवादों का दिन बना दिया। दिनभर कांग्रेस के नेता इस छापेमारी की कार्रवाई के पीछे भाजपा का हाथ बताते रहे। शाम होते-होते भाजपा के नेताओं की भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई। खुद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर कांग्रेस पर कई तरह के सवाल उठाए।
रमन सिंह ने कांग्रेस को भ्रष्टाचारी बताते हुए पूछा कि 4 साल भ्रष्टाचार करोगे तो ईडी नहीं आएगी तो क्या भारत रत्न का आमंत्रण आएगा। उन्होंने कहा कि ईडी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी कार्रवाई लगातार कर रही है। इसमें भाजपा और कांग्रेस की बात कहां से आ गई। ईडी भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच कर रही है।
झीरम का मामला भी उठा
रायपुर में हुई प्रेस कॉफ्रेंस में डॉ रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश के बड़े कांग्रेसी नेता मिलकर चुनाव के पहले पीडीएस मामले में जिन अधिकारियों के खिलाफ प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर जांच की मांग करते थे अब उन्हीं अधिकारियों को संरक्षण दे रहे हैं।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में झीरम का मामला भी उठा । डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि जिस वक्त झीरम कांड हुआ था केंद्र में मनमोहन सिंह की सरकार थी और उसी समय एनआईए की जांच शुरू हुई थी केंद्र सरकार ने जांच शुरू की उसका विरोध भूपेश बघेल कर रहे हैं यह समझ में नहीं आ रहा। एनआईए की जांच के दौरान एसआईटी का गठन किया और अचानक अब एनआईए से जांच की बात क्यों कही जा रही है यह दोहरा चरित्र है।
महाअधिवेशन पर दिया जवाब
सुबह से छापेमारी की वजह से कांग्रेसी यह आरोप लगा रही है कि, प्रदेश में कांग्रेस का महाधिवेशन होने जा रहा है। इस वजह से ईडी इस पूरे कार्यक्रम को बाधित करने के लिए छापेमार कार्रवाई कर रही है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि ईडी की जांच की एक प्रक्रिया होती है। इसका कांग्रेस के महाधिवेशन से कोई लेना देना नहीं है।
जवानों के शव पड़े थे, इधर कांग्रेस ईडी की कार्रवाई को गलत बता रहे थी
सोमवार को राजनांदगांव इलाके में एक नक्सल हिंसा भी हुई जिसमें 2 जवान शहीद हो गए। इस मामले को उठाते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि जब हमारे दो बलिदानी जवानों के क्षत-विक्षत शव जंगल में पड़े थे । तब राजधानी रायपुर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कई मंत्रियों सहित कांग्रेस नेता भ्रष्टाचार के समर्थन में राजीव राजीव भवन में आंसू बहा रहे थे।महाधिवेशन और ईडी की कार्रवाई को गलत बता रहे थे किसी ने इन शहीदों को नमन तक नहीं किया।
अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस जिनके लिए रुदन कर रही है उनके यहां आईडी के छापे में साक्ष्य मिले हैं। संपत्तियां बरामद हुई है ईडी ने अब तक 152 करोड़ की संपत्ति अटैच की है। एड़ी चोटी का जोर लगाने के बावजूद ईडी ने जिन्हें पकड़ा वह जमानत हासिल नहीं कर सके। प्रदेश के अफसर भी भ्रष्टाचार में शामिल है स्पष्ट है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार में लिप्त है और भ्रष्टाचारियों की वकालत कर रही है।
जनता का पैसा लूटा
कांग्रेसी नेताओं के घर ईडी के छापे पड़ने के बाद प्रदेश के पूर्व मंत्री राजेश मूणत का बयान भी सामने आया । उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता की गाढ़ी कमाई को लूट कर कांग्रेसी नेताओं ने खूब पैसा कमाया है। छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेताओं के अलावा दिल्ली बेंगलुरु झारखंड और ना जाने कहां-कहां के नेताओं तक यह पैसा पहुंचा । ईडी के पास आंकड़े हैं लेकिन कांग्रेस के पास जवाब नहीं है। राजेश मूणत ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस से संबंधित अन्य राज्यों के नेताओं और उनके संबंधियों के ठिकानों पर भी ईडी के जांच की जरूरत महसूस की।
कांग्रेस पार्टी से भाजपा के सवाल
ईडी की कार्रवाई में अधिकारियों के घर से बेहिसाब नगदी कई किलो सोना बेनामी संपत्ति मिल चुकी है इसके बाद किस आधार पर कांग्रेस भ्रष्टाचारियों के साथ खड़ी है।
ईडी ने छत्तीसगढ़ में हुए 540 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार में 277 करोड़ रुपए का लिखित हिसाब दिया है। फिर भी कांग्रेस पार्टी किस आधार पर भ्रष्टाचारियों का साथ दे रही है।
भ्रष्टाचार की अवैध उगाही में 170 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति शामिल है। फिर भी कांग्रेस किस आधार पर ईडी की कार्रवाई में फंसे लोगों का साथ दे रही है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि जहां-जहां ईडी की जांच चल रही है। वहां सैकड़ों कार्यकर्ताओं को भेजकर कांग्रेस के लोग ईडी के अफसरों को धमका रहे हैं। इससे यह साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस के नेता ईडी को मिले सबूतों की वजह से घबरा गए हैं और इस वजह से उन्हें अपनी पोल खुलने का डर सता रहा है।