संगीत नाटक अकादमी : दिवाकर बंधुओं को मिला प्रतिष्ठित पुरस्कार, 23 फरवरी को राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कृत होंगी पद्मश्री ममता चंद्राकर
खैरागढ़। कला और संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए गत दिनों इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. दिवाकर कश्यप को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया। ज्ञात हो कि हिन्दुस्तानी शास्त्रीय गायन में कश्यप बंधुओं की अपनी विशिष्ट पहचान है। डाॅ. प्रभाकर कश्यप और डाॅ. दिवाकर कश्यप दोनों संयुक्त रूप से गायन की प्रस्तुति देते हैं, इसीलिए उन्हें संयुक्त रूप से संगीत नाटक अकादमी,नई दिल्ली की ओर से उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा श्रेणी का पुरस्कार प्रदान किया गया।
उक्त समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के संसदीय मामलों और संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल, विशिष्ट अतिथि के रूप में विदेश एवं संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी मौजूद थे। इस अवसर पर संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली की अध्यक्ष डाॅ. संध्या पुरेचा ने अध्यक्षता की, वहीं केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव उमा नन्दूरी विशेष रूप से उपस्थित थीं।
इस पुरस्कार वितरण समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी पुरस्कृत हस्तियों को शुभकामनाएं दी हैं। दिल्ली में संगीत नाटक अकादेमी के युवा गायक श्रेणी का पुरस्कार प्राप्त करने के बाद डाॅ. दिवाकर कश्यप ने कुलपति डाॅ. ममता (मोक्षदा) चंद्राकर से भेंट की। कुलपति डाॅ. चंद्राकर के साथ कुलसचिव प्रो. डाॅ. आईडी तिवारी, समस्त अधिष्ठाता एवं विश्वविद्यालय परिवार ने शुभकामनाएं व्यक्त की हैं। ज्ञात हो कि 23 फरवरी 2023 को इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की कुलपति डाॅ. चंद्राकर को राष्ट्रपति सुश्री द्रौपदी मुर्मु के कर-कमलों से संगीत नाटक अकादेमी का प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि लोक गायन के क्षेत्र में डाॅ. चंद्राकर को पद्मश्री सम्मान पहले ही प्राप्त हो चुका है। अब कला संगीत का यह प्रतिष्ठित सम्मान उन्हें प्राप्त होने जा रहा है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ की लोक कला को शीर्ष पर स्थापित करते हुए उसे बड़े फलक पर प्रतिष्ठा दिलाने के लिए उन्हें संगीत नाटक अकादेमी का यह शीर्ष स्तरीय पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है।