बिलासपुर: रसूखदार परिवार के ड्राइवर की लहूलुहान मिली थी लाश:15 दिन बाद पीएम रिपोर्ट में हमले से मौत का खुलासा,SP बोले- जांच टीम होगी गठित
बिलासपुर में बरसैया परिवार के ड्राइवर की मौत का मामला उलझ गया है। संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के 15 दिन बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हमले से मौत की आशंका जताई गई है। इधर, परिजनों ने पुलिस पर हत्या के इस केस को दबाने का आरोप लगाया है। वहीं, एसपी ने जांच के लिए अलग से टीम बनाकर तथ्यों के आधार पर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है। मालूम हो कि करीब 15 दिन पहले ड्राइवर से खून से लथपथ लाश मिली थी। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
तखतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम मोछ निवासी केजू उर्फ गोवर्धन यादव (30) सरकंडा के जोरापारा में किराए के मकान में रहता था। वह बरसय्या ट्रेडर्स के यहां ड्राइवर का काम करता था। उसके साथ पत्नी और दो बच्चे भी रहते थे। बीते 5 फरवरी की रात करीब 10 बजे अमेरी चौक में केजऊ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उसके शरीर में चोंट व खरोंच के निशान को देखते हुए उसकी पत्नी ने हत्या होने की आशंका जताई थी। पुलिस ने उन्हें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया था।
PM में सिर में चोंट और हमले की जताई आशंका
पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर ने अपनी रिपोर्ट दे दी है। हालांकि, इसमें मौत के कारणों पर राय स्पष्ट नहीं है। लेकिन, सिर सहित शरीर में लगे चोटों की प्रकृति को हमला करने वाला बताया गया है। परिजनों ने पीएम रिपोर्ट के आधार पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है। वहीं, पुलिस के ढीले रवैए और पीएम रिपोर्ट नहीं दिए जाने पर सिविल लाइन पुलिस के खिलाफ एसपी से शिकायत की गई है। उन्होंने इस केस में सिविल लाइन टीआई को जांच से अलग रखने की मांग की है। साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस गलत पीएम रिपोर्ट बनाने के लिए डॉक्टरों पर दबाव बना रही है।
मालिक के यहां था समारोह, गोविंदम पैलेस से निकला था युवक
बताया जा रहा है कि घटना की रात बरसैया ट्रेडर्स के संचालक के यहां किसी पार्टी का आयोजन था। गोविंदम पैलेस में कार्यक्रम चल रहा था, जिसकी तैयारी में ड्राइवर सुबह से लगा हुआ था। वह गाड़ी लेकर सुबह अपने घर भी पहुंचा था। रात में पार्टी के बाद वह कुछ लोगों के साथ कार में सवार होकर निकला था। इसके बाद देर रात उसकी लाश खून से लथपथ मिली। रात करीब डेढ़ बजे पुलिस ने उसके दोस्तों को मौत की खबर दी। शुरूआत में बताया गया कि हादसे में उसकी मौत हुई है।
केस में 14 लोगों से पूछताछ, फिर भी कुछ हासिल नहीं कर पाई पुलिस
घटना में अब तक 14 लोगों से पूछताछ कर बयान दर्ज किया जा चुका है। इसमें बरसैया ट्रेडर्स के मालिक राजकुमार गुप्ता, प्रदीप कुमार गुप्ता सहित उनके दोनों बेटे सुयश और सौरभ, बरसैया ट्रेडर्स के नौकर दिनेश देवांगन, नीरज ठाकुर, जय देवांगन, स्वप्निल और ड्रायवर मनमोहन देवांगन शामिल है। केजउ के पिता रामलोचन यादव, पत्नी मीनाक्षी और केजुउ के साला विकास यादव का भी बयान लिया गया है। फिर भी परिजन के आरोप की दिशा में पुलिस कोई सुराग नहीं जुटा पाई है। बरसैया ट्रेडर्स के यहां केजऊ पिछले 15 वर्षों से काम कर रहा था।
सीसीटीवी फुटेज में कार से बलपूर्वक उतारते दिखे दो युवक
ड्राइवर की मौत से पहले का एक सीसीटीवी फुटेज भी है, जिसमें कार को केजऊ चला रहा था। उसमें तीन लोग सवार थे। सीसीटीवी में पीछे की सीट से बाहर निकलकर ड्राइवर को दो युवक खींच रहे हैं। इसके बाद केजऊ कार से उतरकर तेजी से भागते और फिर गिरते दिख रहा है। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि कार में ड्राइवर के साथ शोभा मधुकर और बरसैया परिवार के सुयश और सौरभ बैठे थे। पीछे की सीट से बाहर निकलकर ड्राइवर को जबरदस्ती बाहर खींचने वाले और कोई नहीं सुयश और सौरभ थे। केजऊ भागने के प्रयास में गिरा तो दोनों कार लेकर फरार हो गए। इसके बाद गोलू और विकास के आने पर दोनों कार लेकर फिर वहां पहुंचे। फिर नाली से निकालने के बाद केजऊ को अस्पताल ले जाने का नाटक किया गया।
पहले छोड़कर भागे, फिर वापस आकर ले गए अस्पताल
बरसैया ट्रेडर्स का ड्राइवर जय देवांगन उर्फ गोलू के बयान के अनुसार घटना की जानकारी उसे कार में बैठे युवकों से मिली। बताया केजऊ शराब पीकर नाली में गिर गया है। उसने केजऊ के साले विकास यादव को फोन पर जानकारी दी। विकास भी बरसैया परिवार के घर आयोजित कार्यक्रम में गाड़ी चलाने आया था। दोनों स्कार्पियों से मौके पर पहुंचे। कुछ देर में बरसैया ट्रेडर्स के घर के दोनों सदस्य भी पहुंच गए। इसके बाद केजऊ को उठाकर दो अलग अलग निजी अस्पतालों में लेकर गए पर दोनों जगह इलाज करने से इनकार किया गया। बाद में उसे सिम्स ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पत्नी बोली- एक्सीडेंट है तो पीछे कैसे लगी चोट
अपने पति की संदिग्ध मौत पर सवाल उठाते हुए केजऊ की पत्नी ने कहा कि यह मान लिया जाए कि गिरने से चोट लगने से उसके पति की मौत हुई है। वह सामने तरफ से गिरा है। लेकिन, उसके पीठ और पिछले हिस्से में चोटों के निशान थे। ऐसे में उनका सवाल है कि सामने तरफ गिरने से पीछे कैसे चोट लग सकती है।
एसपी बोले- जांच के लिए बनेगी टीम, नहीं बख्से जाएंगे दोषी
एसपी संतोष सिंह का कहना है कि इस मामले की जांच चल रही है। वीडियो में ड्राइविंग सीट से उतरकर वह तेजी से भागते नजर आ रहा है। साथ गिर भी रहा है। सवाल यह है कि वह तेजी से भागा क्यों, कुछ तो गड़बड़ है। गिरना भी उसी ओर संकेत करता है। उन्होंने पूरे केस की जांच के लिए टीम गठित करने और जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।