छत्तीसगढ़

CG में शूट होगी आपातकाल पर वेबसीरीज:सुधीर मिश्रा करेंगे डायरेक्ट, 70 के दशक की दिल्ली बनेंगे रायगढ़, रायपुर जैसे शहर; लोकेशंस तय

जल्द ही छत्तीसगढ़ में एक और बड़े बैनर की वेबसीरीज शूट होने जा रही है। मशहूर फिल्म मेकर सुधीर मिश्रा इसे डायरेक्ट करेंगे। ये वेबसीरीज आपातकाल पर बेस्ड होगी। सूत्रों के अनुसार इस वेबसीरीज में आपातकाल के वक्त घटी असल घटनाओं को छत्तीसगढ़ में शूट किया जाएगा।

प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार गौरव द्विवेदी ने बताया कि इस वेबसीरीज का बड़ा पार्ट छत्तीसगढ़ में शूट किया जाएगा। इसके लिए प्रोडक्शन हाउस की टीम ने प्रदेश के कुछ शहरों में लोकेशंस भी देखी हैं। टीम ने लोकेशंस को तय किया है। मार्च में शूटिंग शुरू हो सकती है। मुंबई से क्रू भी छत्तीसगढ़ पहुंचेगा।

सुधीर मिश्रा की इस वेबसीरीज के प्रोड्यूसर कपिल मट्‌टू ने रायगढ़, के जिंदल एयर स्ट्रीप का मुआएना किया है। सरकारी कॉलोनी और अस्पताल भी देखा। इसके बाद रायपुर और कांकेर के भानूप्रतापपुर में भी लोकेशंस देखी गई हैं। इन शहरों और कस्बों को 70 के दशक का दिल्ली दिखाया जाएगा। इसके लिए सेट डिजाइनिंग में भी खास तैयारियां टीम कर रही है।

छत्तीसगढ़ का टिकट टू बॉलीवुड
मेन स्ट्रीम सिनेमा के कई बड़े प्रोजेक्ट्स रायपुर में शूट हो चुके हैं। इन दिनों बॉलीवुड एक्ट्रेस रायपुर और आस-पास के हिस्सों में ही अपनी वेबसीरीज मिसेस फलानी की शूटिंग कर रही हैं। पिछले साल अक्टूबर के महीने में अक्षय कुमार भी अपनी अपकमिंग मूवी की शूटिंग के लिए रायगढ़ आए थे। राजपाल यादव, तिग्मांशू धूलिया, आशुतोष राणा जैसे कलाकार रायपुर, कवर्धा, खैरागढ़ में अपनी वेबसीरीज की शूटिंग कर चुके हैं।

रायपुर में आपातकाल के वक्त कुछ ऐसा था माहौल
आपातकाल के वक्त जेल जा चुके भाजपा नेता सच्चिदानंद ने बताया, ‘एमजी रोड में हमने एक कमरा ले रखा था। रात के वक्त यहां हम एक छोटी प्रिटिंग मशीन से पर्चा बनाते थे। इसमें इंदिरा सरकार की तानाशाही के बारे में लिखकर लोगों को जागरूक करते थे। रायपुर के अमरदीप टॉकिज, शारदा टॉकिज में रात के शो के वक्त हम बालकनी में शो देखने जाते थे और वहीं से पर्चा लोगों के बीच फेंककर भाग आते थे।

उपासने तब जेल जा चुके हैं। उन्हें जयस्तंभ चौक पर “इंदिरा तेरी तानाशाही नहीं चलेगी’ का नारा लगाने की वजह से हुए 19 दिसंबर 1975 से 21 मार्च 1977 तक के लिए जेल में बंद कर दिया गया था। उपासने का दावा है कि आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था अधिनियम (MISA) कानून देश में सन 1971 में बना था। हमें भी इसी कानून के तहत देशद्रोही बताकर जेल में डाला गया। हमारी पर्चे छापने की मशीन जब्त कर ली गई। जेल में हम पर लाठी चार्ज किया गया था।’

इस वजह से लगा था देश में आपातकाल
आपातकाल की जड़ें 1971 में हुए लोकसभा चुनाव से जुड़ी हुई हैं, जब इंदिरा गांधी ने रायबरेली सीट से राजनारायण को हराया था। लेकिन राजनारायण ने हार नहीं मानी और चुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में फैसले को चैलेंज किया। 12 जून, 1975 को इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस जगमोहन लाल सिन्हा ने इंदिरा गांधी का चुनाव निरस्त कर 6 साल तक चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया। 18 जनवरी 1977 को इंदिरा ने अचानक ही मार्च में लोकसभा चुनाव कराने का ऐलान कर दिया। 16 मार्च को हुए चुनाव में इंदिरा और संजय दोनों हार गए। 21 मार्च को आपातकाल खत्म हो गया और मोरारजी देसाई प्रधानमंत्री बने।

The Alarm 24
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