राजनांदगांव: पेट्रोलियम बोर्ड दिल्ली ने जीता हॉकी का फाइनल मुकाबला:मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया पुरस्कार वितरण; इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम को 2 करोड़ की सौगात
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने एक दिवसीय प्रवास पर गुरुवार को राजनांदगांव जिले के दौरे पर थे। मुख्यमंत्री ने शहर के 3 अलग-अलग कार्यक्रमों में शिरकत की। सीएम भूपेश बघेल ने पहले दिग्विजय कॉलेज के वार्षिक उत्सव में शिरकत की। इसके बाद छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया और फिर हॉकी प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए।
सीएम ने हॉकी खिलाड़ियों की हौसलाफजाई की और दोनों टीमों के साथ फोटो भी खिंचवाई। फाइनल मुकाबला सेल अकादमी राउरकेला और पेट्रोलियम बोर्ड नई दिल्ली के बीच खेला गया। फाइनल मैच में पेट्रोलियम बोर्ड दिल्ली ने एकतरफा शानदार जीत दर्ज की। उसने सेल अकादमी राउरकेला को एकतरफा मैच में 7-1 गोल से पराजित कर दिया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम को 2 करोड़ रुपए की सौगात दी, जिससे पवेलियन और लाइट की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर उन्हें सरकार पर भरोसा नहीं है, तो वे NIA से जांच करा लें। इसे लेकर डीजीपी ने भी पत्र लिख दिया है। CM भूपेश बघेल शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव में शामिल हुए, जहां शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया। साथ ही 79वीं राजा सर्वेश्वर दास अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए।
वहीं पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नेताओं की सुरक्षा हटाने को लेकर कहा कि सबसे ज्यादा सुरक्षा रमन सिंह के पास है। मुख्यमंत्री से भी ज्यादा सुरक्षा पूर्व मुख्यमंत्री के पास है। उनके शासनकाल में सभी पूर्व विधायकों के पीएसओ को हटा दिया गया था, कम से कम हमारी सरकार में हमने ऐसा नहीं किया। हम पूर्व सीएम और पूर्व विधायकों को भी पूरी सुरक्षा दे रहे हैं। नक्सली बहुत सिमट गए हैं। अब वे कैंपों पर हमला नहीं कर रहे हैं, IED ब्लास्ट नहीं कर रहे हैं, अब वे किसी के घर जाकर व्यक्तिगत हत्याएं नहीं कर रहे हैं। इसका अर्थ यह है कि नक्सली बहुत कमजोर हो चुके हैं।
सीएम ने 3 लोगों की हत्या नक्सलियों द्वारा किए जाने को लेकर कहा कि इसकी जांच पुलिस कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी को राज्य की पुलिस पर विश्वास नहीं है, तो वे एनआईए से जांच करा लें। डीजी ने भी इसके लिए पत्र लिखा है, लेकिन उसका राजनीतिकरण ना करें। यह धरना-प्रदर्शन किस बात के लिए है।